* आध्यात्मिक / आंतरिक संघर्ष से मानव विकास।
* मानवमूल्यों से सामाजिक परिवर्तन ।
* गौरवशाली और आदर्श भारत का निर्माण ।
उद्देश (Objectives)
- सामाजिक परिवर्तन के लिए अत्यावश्यक ऐसे नीतिमान और निर्भय: समाज निर्मिति हेतु महात्मा जोतीराव फुले और डॉ आंबेडकर की विचारधारा का अनुसरण करने वाली सामाजिक पहचान निर्माण करना।
- समर्थ, सक्षम और निस्वार्थ नेतृत्व और वैसे कार्यकर्ताओं का संघ विकसित करना, जिससे राष्ट्रीय एकात्मता साध्य हो, समाज चतुर्वर्णीय व्यवस्था से मुक्त हो।
- जातिभेद विरहित और वर्ग भेद विरहित समाज के निर्मिति से सामाजिक विषमता पर कायमस्वरूपी हल खोज निकालना और आर्थिक शोषणपर आधारित कार्यपद्धति और स्थिति में सुधार करना।
- श्रम का मूल्य जानकर अर्थपूर्ण जीवन जीने की जरूरत और आस्था निर्माण करना।
- राष्ट्रीय संपत्ती का हिस्सा उचित अनुपात में प्राप्त करने के लिए जो संघर्ष करना पड़ता है उसके और इस संदर्भ में संविधानिक प्रावधानों के बारे में जनता में जागरूकता निर्माण करना।
- नितिमान और निर्भय समाज का निर्माण करना ।
उपलब्धियाँ (Achievements)
- 11 से अधिक राज्यों के जन-जन में सामाजिक शिक्षा और चेतना निर्माण।
- ‘मानवी मूल्यों का पैगाम’ इस मासिक पत्रिका का हिन्दी, मराठी, अंग्रेजी तथा पंजाबी में प्रकाशन।
- पावर गेम, कॉंग्रेस-गांधी-अण्णा, क्रान्ति आपके द्वार इत्यादी पुस्तकों का प्रकाशन।